मंगलवार, 19 मार्च 2024

फूल (काव्य लेखन) Fhul Kavita ( Is kavita mein phul ke vibhinn rupon ko manav ke vyavahar ke jodakar likha hai)

              

 


          फूल

                              -दिलीप गिऱ्हे 

फूल इसीलिए सुंदर लगते हैं
क्योंकि वह सुंगध देते हैं
गुलाब इसीलिए सुंदर लगता हैं
क्योंकि वह प्रेम का प्रतीक है
कमल इसीलिए अच्छा नहीं
क्योंकि वह कीचड़ में उगता है
फूल चाहे कैसे भी क्यों न हो 
फूल का रंग सबको अच्छा लगता है
वे इंसान की तरह तो नहीं रहते हैं
केदारनाथ अग्रवाल ने सच ही कहा है
क्योंकि फूल नहीं रंग बोलते हैं।

1 टिप्पणी:

Pallavi Satpute ने कहा…

क्या खुब कहा हैं... फुलो के बारे मैं.... वाह वाह....