फूल
-दिलीप गिऱ्हे
फूल इसीलिए सुंदर लगते हैंक्योंकि वह सुंगध देते हैंगुलाब इसीलिए सुंदर लगता हैंक्योंकि वह प्रेम का प्रतीक हैकमल इसीलिए अच्छा नहींक्योंकि वह कीचड़ में उगता हैफूल चाहे कैसे भी क्यों न होफूल का रंग सबको अच्छा लगता हैवे इंसान की तरह तो नहीं रहते हैंकेदारनाथ अग्रवाल ने सच ही कहा हैक्योंकि फूल नहीं रंग बोलते हैं।
1 टिप्पणी:
क्या खुब कहा हैं... फुलो के बारे मैं.... वाह वाह....
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