मलाना आदिवासी समुदाय की वैशिष्ट्य
-हिमाचल प्रदेश के 'कुल्लू' प्रदेश में रहनेवाला समुदाय है.
-यहाँ पर इनके २५० से अधिक परिवार रहते हैं.
-उनके रहन-सहन से ये सिंधु प्रांत के मोहेंजोदड़ो एवं हडप्पा शहर के वंशज माने जाते हैं.
-उनका रहन-सहन, भाषा, वेशभूषा अलग-अलग है
-हड़प्पा और मोहोंजोदडों के उत्खनन में प्रजातांत्रिक न्तया व्थ्ययवस्था के संदर्भ मिले हैं इसीलिए उनको सिंधु संस्कृति के वंशज कहा जाता है
-यह समुदाय कंदमूल खाकर जीवन जीता है
-ये शिव की पूजा करते हैं. उनके पर्व त्योहार हिंदू संस्कृति से अलग है. इस समुदाय के लोग हिंदू देव-देवता को नहीं मानते हैं.
उनकी भाषा द्रविड़ वंश की है. यानि की यह द्रविड़ वंश के अनार्य लोग है.
संदर्भ-
गोकुलदास मेश्राम-आदिवासी सिंधुसंस्कृतीचे वारसदार व त्यांचा धम्म .सुगावा प्रकाशन पुणे
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1 टिप्पणी:
Badhiya jankari
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