मेरी कविता की परिभाषा
-Dr.Dilip Girhe
कविता कवि के विचारों का संग्रह है
कविता दबे हुए भावनाओं का महासागर है
कविता कवि की पहचान है
कविता कवि के दिल की धड़कन है
जो की कोरे काग़ज पर धड़कती है
हर एक कवि के विचार अपने आप में कविता ही है
कविता ज़ुबान और कलम के शब्द हैं
कविता लेख की तरह लिखी नहीं जाती
वह अपने-आप मन के विचारों से प्रस्तुत होती है
2 टिप्पणियां:
Very nice sir j
बहोत बढिया सर जी
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