मुख्यधारा में आदिवासी
- Dr. Dilip Girhe
समाज की मुख्यधारा में
आदिवासी की पहचान
वनवासी हैं हरिजन हैं
गिरिजन हैं जंगली हैं
गवार हैं नक्सली हैं
कोयला चोर हैं
लकड़ी चोर हैं
राक्षस हैं दानव हैं असुर हैं
नंगे बदन वाला हैं
बड़े-बड़े कार्यक्रमों में नाचने वाला हैं
क्योंकि आदिवासी का सही इतिहास बिखरा हुआ है
वह इतिहास यह बताता हैं कि
आदिवासी ही असली जल-जंगल और ज़मीन के मिलिक हैं।
1 टिप्पणी:
सुंदर कविता
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