सोमवार, 22 अप्रैल 2024

आरक्षण विषय पर कविता-ARKSHAN VISHAYA PAR KAVITA

 


 आरक्षण

-Dr.Dilip Girhe 

सवर्णों के नज़रों में 

आरक्षण यह एक भिक है

किंतु संविधान की नज़रों में आरक्षण 

भारतीय समाज के हर एक तपके का प्रतिनिधित्व हैं

यह वह प्रतिनिधित्व हैं 

जो कि समाज में उच्च-नीच के भेदभाव को 

दूर करके भाईचारा निर्माण करता है


2 टिप्‍पणियां:

Sukanya D. Girhe ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
Sukanya D. Girhe ने कहा…

Right sir 👍