सरहुल के नौ वैशिष्ट्य
v प्रकृति देवता जल और सूर्य के द्वारा ही नया जीवन संभव है।
v विवाह व्यवस्था के साथ-साथ प्रकुति की आराधना महत्वपूर्ण है।
v अपने स्वार्थ से परे निसर्ग देवता से प्रार्थना की जाती है।
v शिकार करना जंगल के फल-फुल कंदमूल खाना कुछ दोनों के लिए
छोड़ दिया जाता है।
v इस पर्व को मनाते समय मुर्गे की बलि दी जाती है।
v गाँव के विकास के दृष्टिकोण से सरना स्थल पर चुनाव होता है।
v केंकड़ा और मछली पकड़ने प्रथा की प्रकिया।
v सरहुल होने के बाद प्रकृति देवता से पर्यावरण संतुलन रहने
के लिए प्रार्थना की जाती है।
v सभी आदिवासी समूह मिल-जुलकर त्योहार मानते हैं। सामाजिक
एकता का प्रतिक सरहुल है।
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